क्या लाऊँ प्रयागराज से?
कि क्या लाऊँ प्रयागराज से?
मैंने
भी बिना रुके झटपट जवाब दिया,
नेतराम
की कचौङी और हींग के समोसे कटरा के…
ले आना
यूनिवर्सिटी की सामने वाली गली से होते हुए कुछ किताबें जो पढ़ सकूँ सुकून में...
चलते चलते हमसफर ने पूछ लिया,
कि क्या लाऊँ प्रयागराज से..?
उत्साहित
मन से कह गई
कि अगर
मिले तो ले आना लाल अमरूद खुसरो बाग के,
और हो
सके तो कुछ ताजी हवा के झोंके कंपनी बाग के….
चलते
चलते हमसफर ने पूछ लिया कि क्या लाऊँ प्रयागराज से…?
ले आना
कुछ चटपटी बातें जैसे मेडिकल की चाट…
और अगर
दिल ना लगे तो पी लेना अम्बर की कॉफी हमारी यादों के साथ…
चलते
चलते हमसफर ने पूछ लिया कि क्या लाऊँ प्रयागराज से…?
कौतूहल
से मैंने भी पूछ लिया कि क्या है अभी भी वहाँ प्यार की दास्तान…
अरे, वहीं जहां मिलता है सोफिया लॉरेंस
के नाम का मीठा पान….
हो सके तो ले आना वो सुनहरी सी शाम सिविल लाइंस से…
चलते
चलते हमसफर ने पूछ लिया कि क्या लाऊँ प्रयागराज से..?
ले आना
लोकनाथ की गालियों से कुछ मीठा कुछ नमकीन हरी नाम के,
ले आना वो जिज्ञासा जो हर यूनिवर्सिटी
का स्टूडेंट है रखता अपने साथ में…
वो दो
रपये के समोसे की भूख जो पढ़ते पढ़ते मिट जाती है आज भी मित्रों के साथ में…
लेकिन
भूल ना आना कुछ “पुराने ” से “तुम” कुछ “नए”
से “तुम” के साथ में….
चलते
चलते हमसफर ने पूछ लिया कि क्या लाऊँ प्रयागराज से…??
ले आओ
प्रसाद हनुमान का जो लेट कर कर रहें स्नान-ध्यान संगम के तट पे …
ले आना वो तारों सा झिलमिलाता कुम्भ
मेले में बसा छोटा सा गाँव…
ले आना वो हरियाली, वो दिवाली, वो दो दिन की होली,
ले आना वो भोर का गंगा स्नान, वो चहकती पर फिर भी मुस्कराती साँझ,
ले आना
वो गुलाब की खुशबु आनंद भवन के इतिहास से,
ले आना शिव-शक्ति सरस्वती घाट से… कड़ियां जो जुड़ती हैं भारद्वाज आश्रम और राम के वनवास से…एक केवट के विश्वास से….
और ले आना मेरा तेरा नहीं लेकिन हमारा
वो पुराना “इलाहाबाद” इस नए “प्रयागराज” से….
चलते
चलते हमसफर ने पूछ लिया कि क्या लाऊँ प्रयागराज से……!!!
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श्वेता
Superb lines bhabhi... Kuch mahino pehle hi sb log allahabad ghumne gaye the.. ye lines padh k wapas ghum aaye😊
ReplyDeleteThank u so much Ishan...m happy u cud relate to it
Deletehttps://youtu.be/ZnjGatdtIXc?si=sbH2BLTGnAR15_Ip
ReplyDeleteBahot sundar 🙏👌👌👌❤️❤️
Thank u so much Ragini
DeleteAmazing.... wonderful 😊😊😊😊... 💞💞💞
ReplyDeleteThank u so much dear
DeleteHar ek panktiyo mei Prayagraj ghum rha mei bhi aapne college ke din yaad aagye bahut sundar shabd badhay kiya hai didi aapne har ek line aise piroyi hai jaise ham abhi ho wahi ho prayagraj mei.👌👌🙏
ReplyDeleteThank u so much....prayagraj sakshi hai allahabad ka..
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